NOT KNOWN FACTS ABOUT BAGLAMUKHI SHABAR MANTRA

Not known Facts About baglamukhi shabar mantra

Not known Facts About baglamukhi shabar mantra

Blog Article



‘‘हे माँ हमें शत्रुओं ने बहुत पीड़ित कर रखा है, हम पर कृपाा करें उन शत्रुओं से हमारी रक्षा करे व उन्हें दंड दे‘‘

इस प्रकार के तमाम चमत्कारों को देखते हुए तंत्र साधना मे विशेष शत्रू को दण्ड देने के लिए इन मंत्रों की रचनाएं की और इनके प्रभाव भी विशेष प्रभाव शाली है। वहीं अगर अन्य तंत्र मंत्र की वात की जाये तव वह सब मत्रं और तंत्र ऋषि महर्षियों नें ही मंत्रों की रचनायें की है। तब से अब तक यह विशेष प्रभाव शाली है। नाथों में यह मत्रं शाबर मत्रं विशेष प्रभाव शाली है जो की बड़े से बड़े शत्रु संघारक प्रयोग करने में सक्षम है; शाबर मत्रं वाक़ई चमत्कारी है।

श्रीब्रह्मा द्वारा उपासिता श्रीबगला-मुखी

प्रत्यालीढ-परां घोरां, मुण्ड-माला-विभूषिताम् । खर्वां लम्बोदरीं भीमां, पीताम्बर-परिच्छदाम् ।।

शत्रु को दण्ड देना

द्वि-भुजी बगला ( पीताम्बरा ध्यान मंत्र ) मध्ये सुधाऽब्धि-मणि-मण्डप-रत्न-वेद्याम्, सिंहासनोपरि-गतां परि-पीत-वर्णाम् ।



ॐ सौ सौ सुता समुन्दर टापू, टापू में थापा, सिंहासन पीला, सिंहासन पीले ऊपर कौन बैसे? सिंहासन पीला ऊपर बगलामुखी बैसे। बगलामुखी के कौन संगी, कौन साथी? कच्ची बच्ची काक कुतिआ स्वान चिड़िया। ॐ बगला बाला हाथ मुदगर मार, शत्रु-हृदय पर स्वार, तिसकी जिह्ना खिच्चै। बगलामुखी मरणी-करणी, उच्चाटन धरणी , अनन्त कोटि सिद्धों ने मानी। ॐ बगलामुखीरमे ब्रह्माणी भण्डे, चन्द्रसूर फिरे खण्डे-खण्डे, बाला बगलामुखी नमो नमस्कार।

Positive aspects: This is often an Om hleem Baglamukhi mantra that retains the impacts of jealousy and ill-wills far from you. It's an enemy-destroyer mantra that may be chanted, especially whilst addressing an advanced problem.

चुन चुन यह मंत्र, देखो जंतर, बडाहयाधानतर

अमुक (अपना नाम दें) दास को तुरत उबारो, बैरी का बल छिन लो सारो, निर्दयी दुष्टों website को तुम्हीं संघारो,

श्री-नित्ये बगला-मुखि! प्रति-दिनं कल्याणि! तुभ्यं नमः ।।

पीतासनां शव-गतां, घोर-हस्तां स्मिताननाम् । गदारि-रसनां हस्तां, मुद्गरायुध-धारिणीम् ।।

In addition, it protects your well being from intense diseases. Children carry out perfectly and accomplish fantastic scores in school. The devotees come to be nicely-go through people today and mostly win a number of contests they get involved in.

Report this page